नागपंचमी पर शिव मन्दिरों मे उमड़ी भीड़ जगह-जगह किया गया रूद्राभिषेक
पुरानी परम्पराओं में, कुश्ती, कबड्डी,झूला, गुड़िया बहाने आदि का बहुत कम दिखा नजारा
नारीबारी,प्रयागराज:(स्वतंत्र प्रयाग): ग्रामीण क्षेत्रों मे नाग पंचमी के पावन पर्व के अवसर पर शिवमन्दिरों मे भीड़भाड़ के साथ पूजन-अर्चन, रूद्राभिषेक किया गया लोग घरों में चने,मटर से बने हुए व्यंजनों का लुत्फ उठाया सुबह से ही शिव मंदिरों में भारी भीड़ मौजूद रही।
वही घरो मे भी महिला और पुरुष भक्तों ने नाग देवता की पूजा करके घरों में दूध का छिड़काव कर सर्पो के लिए दूध चढ़ाने के परम्परा को निभाया। सावन शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को नाग पंचमी के अवसर पर नाग पंचमी के दिन पूजा कराने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
भगवान शिव का भी आशीष मिलता है ग्रामीण क्षेत्रों मे नागपंचमी के दिन कबड्डी,लम्बी कूद, कुश्ती, झूले आदि के कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ करता था जो अब विलुप्त होने के कगार पर है। बहने नागपंचमी के दिन गुड़िया बहाया करती थी भाई लोग इसे जल मे प्रवाहित होने पर पीटकर बहनों द्वारा नास्ते वितरित किए जाते थे।
इस तरह के कार्यक्रम धीरे धीरे विलुप्त होने के कगार पर है जो कहीं न कहीं सामाजिक कड़ी को तोड़ रहे हैं और समाज में रहने वाले लोग सामाजिक भावना के गुण से दूर होते जा रहे है क्योंकि त्यौहार और सामाजिक परम्पराएं कहीं न कहीं हमें सामाजिक बंधनों में पीरौते है।
राजेश केसरवानी
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