स्वयं सहायता समूह व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की आपसी खींचतान में प्रभावित हो रहे बच्चे
लेड़ियारी,प्रयागराज:(स्वतंत्र प्रयाग): सरकार द्वारा आंगनबाड़ी से जुड़े बच्चों व महिलाओं को मिलने वाला लाभ अब स्वयं सहायता समूह के हांथों दे दिया गया है। जिसमें पोषाहार को रद्द करके उसके जगह पर सूखा राशन बांटने का प्रावधान किया है।
पिछले 6 माह से स्वयं सहायता समूहों और आंगनबाड़ियों के बीच आपसी खींचतान के चलते सभी लाभार्थियों को बराबर अनाज नहीं मिल रहा है। जहां एक तरफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा स्वयं सहायता समूह के ऊपर राशन न देने का आरोप लगाया जा रहा है, वही स्वयं सहायता समूहों द्वारा सूची के अनुसार पर्याप्त मात्रा में अनाज न मिलने का आरोप लगाया जा रहा है।
जबकि लाभार्थियों का आरोप है कि गेहूं दाल घी और पाउडर की जगह मात्र गेहूं कभी-कभी दाल और रिफाइंड तेल मिल जाता हैं। सभी खाद्यान्न पूर्ण मात्रा में नहीं मिल पा रहा है। ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा कुपोषित बच्चों व गर्भवती महिलाओं के पीछे जो इतना धन खर्च किया किया जा रहा है वह सब बंदरबांट हो रहा है।
इस संबंध में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बरहा कुसुम देवी ने बताया की हमारे यहां 7 माह से 3 वर्ष के 99 बच्चे हैं, और 3 से 6 वर्ष के 74 बच्चे हैं। गर्भवती महिलाएं 34 और कुपोषित बच्चे तीन हैं। जिसमें मात्र नवंबर में देसी घी का वितरण हुआ था तब से अब तक गेहूं और चावल और रिफाइंड तेल आ रहा है वह भी सूची के अनुसार कम मात्रा में आ रहा है। ऐसी स्थिति में हर महीने बदल बदल कर लाभार्थियों को दिया जा रहा है।
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