गंगाजल से निर्मित अगरबत्ती पूरी दुनिया में अपनी भारतीय संस्कृति की पहचान स्थापित करेगा : सिद्धार्थ नाथ सिंह
प्रयागराज: (स्वतंत्र प्रयाग न्यूज़): गंगाजल से निर्मित अगरबत्ती शहर पश्चिमी प्रयागराज से पूरी दुनिया में अपनी भारतीय संस्कृति की पहचान स्थापित करेगा यह उदगार कैबिनेट मंत्री सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश व निर्यात,खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम हथकरघा,वस्त्रोद्योग तथा एनआरआई विभाग उत्तर प्रदेश सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंडलीय ग्रामोद्योग प्रशिक्षण केंद्र अनुवां प्रयागराज द्वारा 15 दिवसीय कौशल सुधार योजना के अंतर्गत महिलाओं को अगरबत्ती निर्माण पैकिंग प्रशिक्षण आर के एस पटेल प्राथमिक विद्यालय मानिकपुर कुसुवा में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किया।
इससे पहले टिकरी उपरहार सफदरजंग शत्रुघ्न यादव के आवास पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीटी रोड से 2017 चुनाव में गांव आया था तो रास्ता चलने लायक नहीं था आज सुगम पक्की सड़क बन गया है।
पहले कब्जा,अपराध,जाति की राजनीति और एक समुदाय का वर्चस्व रहा है अभी तो मकान तोड़ दिखा रहा हूँ कोई भी अपराधियों का संरक्षण करेगा वह भी बख्शा नहीं जाएगा।मैंने गद्दी माफियाओं को रद्दी बनाकर छोड़ने का संकल्प लिया है।मैंने कहा कि विकास के लिए वोट दे,विकास मिलेगा मेरी नीति और नियत एकदम साफ है आप सब के सहयोग से शहर पश्चिमी का कायाकल्प हो रहा है।
मेरे पास सब भारतीय आते है सार्वजनिक कार्य के लिए मैं सदैव तत्पर हूँ। इस्माइलपुर कोटवा में संबोधन में कहा जाति के आधार पर लोग मत दिया करते थे तो कुछ नहीं मिला। तीन लाख भेड़ो जो पाल समुदाय आते थे पहले पाल विधायक थे जिन्होने पाल के लिए कुछ नहीं किया।
मैं भगवतपुर में पालों की दुर्दशा से रूबरू हुआ वही पर मैंने तय किया कि भेड़ के ऊन की इंडस्ट्री स्थापित कराकर एक से डेढ़ लाख रुपए की महीने आमदनी का सशक्तिकरण गांव के अंदर कराकर विकास का नया आयाम दिलाऊंगा। दीवाली से पहले गांजा गांव में ऊन प्रोसेसिंग यूनिट का शिलान्यास करने जा रहा हूँ।
सम्बोधन में बिना मास्क के बैठे बच्चों और नागरिकों को सचेत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी लगातार सचेत कर रहे है, अभी वैश्विक कोरोना महामारी का दूसरा दौर शुरू हो गया है अब और सतर्कता की आवश्यकता है मास्क पहनना और हाथों को सैनीटाइजर करना तथा सोशल डिस्टेंसिग ही जीवन को सुरक्षित करेंगी।
महिला कौशल प्रशिक्षार्थियों द्वारा अगरबत्ती बनाने की विधि को अंजली कुशवाहा और विधोत्मा यादव ने बताया जिस पर ट्रेनर बृजेश त्रिपाठी को मंत्री ने बुके भेंट देकर सम्मानित किया।
संबोधन में कहा कि समूह में मिलकर कार्य करें।विश्व की बड़ी कम्पनी अमेजॉन और ई बे से जोड़कर अगरबत्ती बनाने वाली समूहों की आय लाखों में होगा।गंगा जल से बनी अगरबत्ती प्रवासी या विदेशों में आध्यात्मिक और धार्मिकता की भावना जागृत होगी तो महिलाओं की आय बढ़ेगी।
आत्मनिर्भरता की ओर शहर पश्चिमी महिलाओं को जीवन का नया आयाम स्थापित होगा।अगरबत्ती और मोमबत्ती बनाने की मशीनों का व्यवस्था कराकर रोजगार से जोड़ने का संकल्प है।दीवाली से पहले प्रयागराज के हर बाजार में ललिता शास्त्री स्नेही सेवा संस्थान द्वारा निर्मित अगरबत्ती होगी।
इस मौके पर धर्मपत्नी डॉ नीता सिंह ,मंडलीय अधिकारी अभय त्रिपाठी,उपायुक्त एके चौरसिया, राम औतार यादव जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी, रामकरण दुबे,बृजेश त्रिपाठी,काशी प्रसाद,प्रमोद केसरवानी,बब्बू सिंह पटेल प्रधान इस्माइलपुर,कमलेश गौतम,पवन श्रीवास्तव, रामलोचन साहू,रामजी शुक्ला, राजू राय, चंद्रभूषण सिंह पटेल,राजेश कुशवाहा,
रोहित मालवीय,दीना नाथ कुशवाहा,महादेव सिंह पटेल,छत्रपति पटेल,पवन मिश्रा, महिपत सिंह पटेल,राजेश सिंह पटेल, ज्ञान बाबू केसरवानी, लेख राज सिंह पटेल,आशा देवी, शकुंतला साहू,अंजली कुशवाहा, विधोत्मा यादव, अंजनी यादव, मीडिया प्रभारी दिनेश तिवारी आदि मौजूद रहे।
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