भव्य श्रीराम के मंदिर निर्माण से नये युग का शुभारम्भ: आचार्य महामंडलेश्वर
प्रयागराज:(स्वतंत्र प्रयाग), भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने का सबसे ज्यादा 14 वर्षो तक सरयू तट पर खड़े होकर किन्नरों ने इंतजार किया था।आज वह घड़ी आ गयी है कि भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण होने जा रहा है।इनमे एक नए युग का शुभारंभ होने जा रहा है जो इतिहास के पन्ने में स्वर्ण युग के नाम से जाना जायेगा।
इससे सनातन धर्म को बहुत अधिक मजबूती मिलेगी यह बाते किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मीनारायन त्रिपाठी ने गुरुवार को दूरभाष से हुई वार्ता में कही।
उन्होंने अयोध्या में बनने जा रहे श्रीराम मंदिर निर्माण का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी, उनके मंत्रिमंडल और मंदिर निर्माण से जुड़े सभी लोगो को बधाई दिया है।कहा कि यह काम तो बहुत पहले होना चाहिये।भारत मे आदिकाल से राम राज्य और सनातन धर्म चला आ रहा है क्योंकि इसकी उत्पत्ति भारत से ही हुई है।
भारत से ही सनातन धर्म का प्रचार प्रसार विश्व मे हुआ है।अधिकतर देशों में भगवान श्रीराम सहित सभी देवी देवताओं का पूजन लोग पूरी श्रद्धा और विश्वाश के साथ करते है।इतना ही नही रामचरितमानस सहित सभी हिन्दू धर्म,ग्रंथो का पाठ करते है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण तो बहुत पहले हो जाना चाहिए था।लेकिन वोट की राजनीति के चक्कर मे फंसे राजनेताओं ने ऐसा नही होने दिया।
उन्होंने कहा जो हो रहा है वह बहुत ही अच्छा सराहनीय और अभूतपूर्व है।आचार्य महामंडलेश्वर ने सभी लोगो को कोरोना से सतर्क रहते हुए परिवार के लोगो का ध्यान रखने का सुझाव दिया है।
कहा कि बहुत जरूरत पड़ने पर घर से बाहर निकले और इस दौरान मॉस्क पहनकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अवश्य करे।उन्होंने कहा कि इस महामारी का खतरा अभी सितम्बर तक ज्यादा है।
और उसके बाद से कम होना शुरू होगा,कहा कि कोरोना महामारी के कम होने पर वह अखाड़ा क्षेत्र के सभी पदाधिकारियों और शिष्यों सहित अयोध्या जाकर दर्शन पूजन करेंगे। अंत मे उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण होने से सबसे ज्यादा खुश किन्नर अखाड़ा है।
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