भारत तथा नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा सील होने से बहुत लोग हुए बेरोजगार
नई दिल्ली,(स्वतंत्र प्रयाग), वैश्विक महामारी कोरोना महामारी को ले लगभग चार महीना से भारत-नेपाल सीमा सील रहने से दोनों ओर भारी नुकसान हो रहा है सीमा सील रहने से जहाँ नेपाली नागरिक पर आश्रित जोगबनी बाजार सुनसान है वही नेपाल के रानी बिराटनगर के लगभग आधा दर्जन आंख अस्पताल जो भारतीय नागरिक पर आश्रित है भी मरीज के नही नही पहंचने पर बंदी के कगार पर हैं।
इसके अलावा जोगबनी से बिराटनगर के लिए नित्य सैकड़ो बस व हजारो सिटी रिक्सा, सैकड़ो मारुति गाड़ी जो भाड़ा में चलते थे उनका रोजी रोटी पर इसका सीधा असर पड़ा है।
होटल व्यवसाय तो बिराटनगर, इटहरी, धरान सहित अन्य कई शहर इससे प्रभावित हुआ है बिराटनगर के एक बड़ा होटल बंद हो गया है होटल संचालक सभी कर्मचारियों को बकाया पेमेंट कर होटल बंद करने का सूचना जारी कर दिया।
भारतीय सीमा से सटे नेपाल के रानी में सैकड़ो छोटा मोटा होटल है जिसमे इक्का दुक्का लोग ही देखे जा रहे है इन होटल संचालकों में भी आर्थिक तंगी से जूझ रहा है।
बिराटनगर के कई अस्पताल जो भारतीय पेसेंट से भरा रहता था आज सुनसान है बिराटनगर व जोगबनी का बस स्टैंड सुनसान है कल तक सैकड़ो बस यहां से खुलते थे जहाँ अब यात्री नही के बराबर है सीमा पर तो कर्फ्यू जैसा नजारा बना हुआ है सीमा सील रहने के कारण दोनों ओर के कारोबारी , चिकित्सक, वाहन मालिक , रिक्शा , टेम्पो चालक परेशान है जोगबनी तक ट्रेन नही आ रही है जिसका भी असर दोनो ओर पड़ा है।
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