चीन मुद्दे पर ट्रंप के दावे को भारत ने किया खारिज, कहा- दोनों नेताओं के बीच दो महीने से कोई वार्ता नहीं हुई
वॉशिंगटन (स्वतंत्र प्रयाग न्यूज): भारत की चीन के साथ सीमा विवाद पर मध्यस्थता की पेशकश करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में बात की है लेकिन चीन के साथ बने विवाद की वजह से वह अच्छे मूड में नहीं हैं।
साथ ही उन्होंने एक बार फिर मध्यस्थता करने की बात को दोहराया।वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को भारत ने गलत बताया है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है कि पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच हाल ही में कोई संपर्क नहीं हुआ है।
उनके बीच अंतिम बातचीत 4 अप्रैल 2020 को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के विषय पर हुई थी। विदेश मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट कर दिया था कि हम सीधे तौर पर स्थापित तंत्र और कूटनीतिक संपर्कों के माध्यम से चीन के संपर्क में हैं।
भारत-चीन सीमा विवाद के बीच ट्रंप ने मोदी को फिर सराहा, भारत ने मध्यस्थता की पेशकश ठुकराईराष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत और चीन के बीच बड़ा संघर्ष चल रहा है। 1.4 बिलियन आबादी वाले 2 बड़े देश जिनकी सैन्य ताकत बेहद मजबूत है। भारत खुश नहीं है और शायद चीन भी खुश नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं आपको बता सकता हूं कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की है, लेकिन चीन के साथ अभी जो विवाद बना हुआ है, उसको लेकर वह अच्छे मूड में नहीं हैं।व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि भारत और चीन के बीच यह बड़ा विवाद बनता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी को बहुत पसंद करता हूं। वह बेहद सज्जन हैं। ट्रंप के इस दावे को भारत ने गलत करार दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप के बीच ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई है। बता दें कि चीन ने भी भारत से जारी सीमा विवाद में मध्यस्थता के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
बृहस्पतिवार को चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि भारत के साथ विवाद सुलझाने में अमेरिका की मदद की जरूरत नहीं है। पहले भी दोनों देशों का नेतृत्व 2017 में दोकलम विवाद को आपसी समझ और बुद्धिमत्ता से सुलझा चुका है।
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