वित्तीय सुधारो में और बदलाव को लेकर हम हर वक्त निगाह बनाये हुए है: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास
नई दिल्ली,(स्वतंत्र प्रयाग)कोरोना महामारी के बीच देश की अर्थव्यवस्था को गिरने से बचाने के लिए आज रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। नई दिल्ली में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि, वित्तीय सुधारों में और बदलाव को लेकर हम हर वक़्त निगाह बनाए हुए हैं, हमारी 150 लोगों कि टीम देशभर मे और दुनियाभर मे हो रहे आर्थिक बदलावों पर लगातार काम कर रही है।
उन्होने कहा कि हम भारतीय अर्थव्यवस्था को बचाने की भरसक कोशिश कर रहे हैं किसी भी तरह से इसे गिरने नहीं दिया जाएगा, इस वक्त हमारी आर्थिक स्थिति जी-20 देशों से कहीं बेहतर है हमने हर संभव प्रयास किया है जीडीपी के बराबर हम नगदी फ्लोर पूरे देश में कर रहे हैं जिससे कोई कमी ना आने पाए बैंकों के पास भरपूर पैसा है उन्हें कोई दिक्कत नहीं है।
2020 में वैश्विक कारोबार में 13 से 32% गिरावट का अनुमान है, भारत की जीडीपी 7% से अधिक रहने के आसार है ,देश में अनाज की कोई कमी नहीं है. 27 मार्च के बाद से, आर्थिक और वित्तीय क्षेत्र खराब हो गए हैं, लेकिन प्रकाश अभी भी कुछ अन्य लोगों में बहादुरी से चमकता है।
NABARD को 25 हजार करोड़, SIDBI को 15 हजार करोड़ और NHB को 10 हजार करोड़ रुपये की मदद देंगे।
नकदी बढ़ाने के लिए GDP के 3.2 फीसदी के बराबर नकदी सप्लाई की गई रिवर्स रीपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती के साथ 4 प्रतिशत से कम करके 3.75 प्रतिशत किया गया। बैंकों के पास पैसों की कोई कमी नहीं, भारत के पास एक साल के आयात के लिए विदेशी मुद्रा है।
नकदी के फ्लो के लिए बाजार में डालेगा 50 हजार करोड़। आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट 0.25 फीसद घटाकर 3.75 फीसद किया आरबीआई ने कहा एलटीआरओ की रकम से बैंक विभिन्न एनबीएफसी की करें। नाबार्ड, सिडबी और नेशनल हाउसिंग बैंक के लिए आरबीआई ने राहत की घोषणा की।
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