तमिलनाडु की मजदूर महिलाएं गन्दा पानी पीने के लिए मजबूर , उद्धव ठाकरे से लॉकडाउन में लगाई गुहार



मुंबई,(स्वतंत्र प्रयाग)महाराष्ट्र मे कोरोना पॉज़िटिव की संख्या पूरे देश मे सबसे टॉप पर हो चुकी है, 28 अप्रैल की शाम 4 बजे तक की रिपोर्ट के मुताबिक 8,590 पॉज़िटिव हैं, जिनमे से अब तक 369 लोगों की मृत्यु हो चुकी है  वहीं मुंबई शहर मे ही अकेले 5,766 लोग कोरोना से ग्रसित पाए गए हैं  इस वक़्त लॉक डाउन मे सबसे ज्यादा मजबूर वो गरीब लोग हुए हैं, जो दूसरे राज्यों से आकार मुंबई मे मजदूरी करके अपना पेट भरते थे, बच्चो को दो जून भोजन कराते थे।


  कई मजदूर महाराष्ट्र और मुंबई मे ऐसे भी आते थे, जो मानसून से पहले यहाँ सड़क बनाने और उसकी मरम्मत का काम करते थे, ऐसे ही दर्जनो मजदूर अलग अलग जगहों मे फंसे हुए हैं रविवार को एक ऐसी फोटो वायरल हुई जिसने देखने वालों की आँखों मे आँसू ला दिए।


इस वायरल हुई फोटो मे ऐसी महिला मजदूर हैं, जो सड़कों के गड्ढे भरने, नाला सफाई आदि का काम करते हैं  लेकिन, इस बार ये सभी काम शुरू होने से पहले लॉकडाउन हो गया और बाहरी लोग मुंबई के अलग-अलग इलाकों में फंस गए।


इन्हीं में से एक जत्था तमिलनाडु से आए मजदूरों का है  ये लोग मुंबई रोजगार की तलाश में आए थे और मॉनसून से पहले काम के दौरान ये लोग रोज कमाते और रोज खाते थे फिलहाल, न तो इन लोगों के पास खाना है और न ही पैसा अपने राज्य लौटने की भी कोई व्यवस्था नहीं है।


मुश्किल हालात में फंसे ये लोग दान के खाने पर जी रहे हैं  इसके अलावा, गंदा पानी नहाने-पीने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं  इस फोटो जर्नलिस्ट ने जब इनकी तस्वीर खींची, तो कथा-व्यथा सुनाते हुए इनके आंसू निकल पड़े और गुजारिश की कि सरकार तक उनकी बात पहुंचा दी जाए. इनमें 5 औरतें ऐसी भी हैं, जो गर्भवती हैं।


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