बेटी ने निवेदन कर लोगो से कहा, हमारे पापा 15 दिनों से नही आ रहे है घर, अगर आप घर मे रहेंगे तो ओ आ जाएंगे
इंदौर,(स्वतंत्र प्रयाग)कोरोना का कहर देश में बढ़ता जा रहा है और इस वायरस को खत्म करने में लगे डॉक्टर 24 घंटे काम कर रहे हैं ऐसे में वो अपने परिवार को समय भी नही दे पा रहें हैं अब एक चोटी बच्ची ने अपने डॉक्टर पापा को घर बुलाने के जनता से अपील की है बेटी ने लिखा है की “कोरोना वायरस के कारण हमारे पापा 15 दिन से हमसे दूर हैं।
पहले जब वे घर में रहते थे तो हम उनके साथ खेलते थे, टीवी देखते थे, खाना खाते और पढ़ाई भी करते थे, लेकिन अब हम अकेले हैं वे कोरोना वायरस की इस लड़ाई में सभी के लिए काम कर रहे हैं मेरे पापा की तरह ही और कई डॉक्टर भी हैं जो कई दिनों से अपने घर नहीं आए कभी-कभी हमें डर लगता है।
फिर दूसरे ही पल हम दोनों भाई-बहन सोचते हैं कि हमारे पापा के हाथ में इंदौर के इतने लोगों की जिम्मेदारी है ऐसे में हम उन्हें कैसे घर में रोक सकते हैं आप घर में रहेंगे तो हो सकता है आने वाले 15-20 दिनों में या फिर महीने भर बाद मेरे पापा घर आ पाएंगे प्लीज, आप सभी का सहयोग करें।
ताकि सभी लोग जल्दी ठीक हो जाएं और हमारे पापा घर लौट आएं यह भावुक पत्र लिखा है कोरोना संक्रमण के बीच काम कर रहे डॉ. अमित मालाकार की बेटी परिधि ने उन्होंने यह चिट्ठी अपने पिता को भेजी है कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ रहे डॉ. मालाकार, सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया सहित लगभग 100 डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी 15 दिनों से घर नहीं जा पा रहे हैं।
वे शहर के अलग-अलग होटलों में रह रहे हैं ताकि गलती से भी संक्रमण उनके इलाके या परिजन तक नहीं पहुंचे परिधि ने पत्र में सभी से अपील की है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान उनके पापा और सभी डॉक्टर अंकल इंदौर के लोगों को बचाने में लगे हैं उनकी यह कोशिश सफल हो, इसलिए सभी घरों में रहे।
मैं प्रार्थना करती हूं कि कोरोना वायरस जल्दी से चला जाए ताकि मेरे पापा घर वापस आ सकें बेटे पलाश मालाकार ने लिखा है कि पापा कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने के लिए बनाए गए दल में हैं वे सारी जानकारी जुटाकर उस पर काम कर रहे हैं।
जब वे घर आते थे तो मैं उनके साथ समय बिताता था हमारे लिए चॉकलेट और अन्य चीजें लाते थे, लेकिन हमारे पापा होटल में रह रहे हैं हम पापा से फोन पर ही बात कर पा रहे हैं वे हमसे मिलने घर भी नहीं आते।
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