अयोध्या में पशुओं के चारे की भारी कमी, भूख से तड़प रहे गाय और बन्दर
अयोध्या,(स्वतंत्र प्रयाग)कोरोना वायरस का खौफ लगातार देश में बढ़ता ही जा रहा है ये संक्रमण सिर्फ इन्सानो तक सीमित होता तो रोकने में सहजता होती मगर अमेरिका के एक सिंघनी को कोरोना वायरस होने के बाद पूरे भारत में सभी जू बंद कर दिये गए और अलर्ट जारी किया गया है।
ऐसे में अयोध्या जिले में चारे और खानें की भारी कमीं, भूख से मरने की कगार पर गाय, बंदर की खबर सामने आ रही है भूखे बंदर इंसानों को काट रहे हैं, अब तक 39 लोगों को काट बंदर चुके हैं जिला प्रशासन अपनी कॉलर ऊंची करने में लगा है डीएम अनुज झा लगातार जिले की व्यवस्था देखने की बजाए, मुख्यालय पर डेरा जमाए हुए है।
ग्राउंड रिपोर्टिग में आईएएस अनुज कुमार फेल हो चुके हैं भूख से बेहाल गौशालाओं में गाय, अयोध्या जिले कि 4 प्रमुख गौशालाओं में चारे और पानी की भारी कमीं हो गई हैं योगी आदित्यनाथ ने पहले दिन से ही 'कोई भूखा न सोने पाए' कार्यक्रम चला रखा है, लेकिन लॉक डाउन में किसी को बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।
इंसानों और जानवरों को भूखा नहीं सुलाने की योजना पर पारी फेरने में अयोध्या जिला प्रशासन लगा हैं, जिससे यूपी के सीएम की किरकिरी हो रही है रुदौली, बीकापुर, गोसाईंगंज, अयोध्या, रामसेवक पुरम, कार सेवक पुरम, नया घाट समेत दर्जनों स्थानों पर गौवंश कागज, पन्नी, कचरा खाने को मजबूर, बंदरों ने भूख से इंसानों को काटना शुरू कर दिया है।
श्रीराम हॉस्पिटल के सीएमएस अनिल कुमार के अनुसार इस वक़्त मंदिर बंद होने से बंदरो में भोजन की कमीं है, अब तक 3 दर्जन से ज्यादा रेबीज के मामले बंदरों से जुड़े हुए आए हैं जिला प्रशासन के चना, चारा और गुड़ की पोल खुलने लगी है कहीं कोई व्यवस्था नहीं है।
इसके पहले भी कई दर्जन गायों ने चारा न मिलने के कारण दम तोड़ चुके हैं कागजी खाना पूर्ति में जिला प्रशासन जुटा हुआ है और यूपी मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना कर रहा है।
बता दें की देश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मृतकों का आंकड़ा 149 हो गया है और कुल संक्रमितों की संख्या 4,643 पहुंच गई है वहीं कोरोना वायरस से ठीक हो चुके 401 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है और एक को ठीक करके विदेश भेजा गया है।
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