प्रदेश में नए पशु चिकित्सा क्लिनिकों का निर्माण जल्द
लखनऊ (स्वतंत्र प्रयाग)उत्तर प्रदेश कृषि के बाद किसानों के लिए दूसरा आय का मुख्य स्त्रोत है पशुधन | इससे किसानों को प्रतिदिन आय की उम्मीद बनी रहती है | जितनी संख्या में किसानों के पास पशुधन है उतना उनके देख यक्षभाल के लिए डॉ. या फिर पशु चिकित्सा क्लिनिक नहीं है | जिससे मवेशियों के बीच रोग फैलने पर काफी संख्या में पशुओं के नुकसान का सामना करना पड़ता है |
अगर बात उत्तर प्रदेश की की जाए तो किसानों की संख्या अन्य राज्यों से अधिक है जिससे पशुधन भी अधिक संख्या में है | वर्तमान समय में 2200 पशु चिकित्सालय, 2575 पशु सेवा केंद्र एवं 268 ड श्रेणी के पशु औषधालय कार्यरत है | इन सभी केन्द्रों को पशुओं में फैल रहे रोग के अलवा समय – समय पर टीकाकरण कार्यक्रम चलाये जाते हैं | इसके अलवा उन्नतशील पशुओं की वृद्धि के दृष्टि से अवर्णित व अनुपयोगी नर पशुओं का बधियाकरण करना रहता है |
पशु चिकित्सा के लिए क्लिनिक की संख्या को और अधिक बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने 9 मण्डलों में पशु चिकित्सालय पालीक्लिनिक की स्थापना कर रही है | इसके लिए राज्य सरकार ने 994.46 लाख रूपये जारी कर दिए हैं जो लगभग 10 करोड़ रुपयों के बराबर है | यह भी पढ़ें अब मात्र 10 प्रतिशत राशि देकर सोलर पम्प ले सकेंगे किसान इन मंडलों में बनायें जाएंगे नए पशु चिकित्सा क्लिनिक आदेश के अनुसार राज्य के 9 मण्डलों में पशु क्लिनिक की स्थापना किया जा रहा है |
जिन सभी जिलों में निर्माण होना है वो इस प्रकार हैं |
प्रयागराज मंडल में राजकीय बकरी प्रजनन प्रक्षेत्र, काटी, मिर्जापुर मंडल में जनपद भदोही के राजकीय पशुचिकित्सालय ज्ञानपुर, देवीपाटन मंडल में गोंडा के पशुचिकित्सालय , सदर, व राजकीय कुकुट प्रक्षेत्र, कानपूर मंडल में कानपूर नगर के वीर्य संग्रह केंद्र रावतपुर, बरेली मंडल में बुखारा फरीदपुर मार्ग पर ग्राम पंचायत क्यारा, मेरठ मंद में गौतमबद्ध नगर के ग्राम बादलपुर, ग्रेटर नोयडा, सहारनपुर मंडल में राजकीय पशुचिकित्सालय , रामपुर, मनिहारपुर, झाँसी मंडल में राजकीय पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र , भरारी तथा अयोध्या मंडल में राजकीय कुकुट प्रक्षेत्र, अयोध्या में की जायेगी
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