प्रफुल्ल पटेल को ईडी ने किया तलब
राष्ट्रीय खबरनई दिल्ली (स्वतंत्र प्रयाग): प्रवर्तन निदेशालय ने अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के सहयोगी इकबाल मिर्ची की कथित अवैध संपत्तियों से जुड़ी मनी लांड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में राकांपा के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल को तलब किया। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पटेल से 18 अक्टूबर को मुंबई में बयान दर्ज कराने को कहा गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पटेल तथा उनकी पत्नी द्वारा संचालित एक रियल एस्टेट कंपनी तथा मिर्ची की पत्नी के बीच एक सौदे के सिलसिले में धन शोधन रोकथाम कानून के तहत पटेल के बयान दर्ज कर सकता है। ईडी विमानन घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक अन्य मामले में पहले ही उनसे पूछताछ कर चुकी है।
उधर, प्रफुल्ल पटेल ने अपनी फैमिली और मिर्ची के नाम से कुख्यात रहे इकबाल मेमन के बीच फाइनेंशियल डील पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि इकबाल मेमन के साथ जिस जमीन की डील को लेकर आरोप लग रहे हैं, वह पूरी तरह कानूनी रूप से हुई थी। उन्होंने जमीन का पूरा इतिहास बताते हुए साफ किया कि किस तरह विवादित जमीन को 1990 में ही बॉम्बे हाई कोर्ट की निगरानी में एक शख्स एम.के. मोहम्मद द्वारा हजरा इकबाल मेमन को बेचा गया था। उन्होंने कहा कि उसके बाद मेरे पटेल परिवार के कुछ विवाद हुए और इसके बाद इकबाल मेमन के साथ साल 2004 में जमीन को लेकर डील हुई। यह डीड रजिस्ट्रार के सामने हुई। सारे दस्तावेज कलेक्टर के सामने रखे गए। ईडी के अधिकारियों के अनुसार पटेल की मिलेनियम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड ने 2006-07 में सीजे हाउस नामक इमारत बनाई थी। इसकी तीसरी और चौथी मंजिलों को मिर्ची की पत्नी हाजरा इकबाल के नाम हस्तांतरित कर दिया गया। बताया जाता है कि जिस जमीन पर इमारत बनाई गयी वह मिर्ची की थी। जांचकर्ताओं का दावा था कि यह जमीन धन शोधन, मादक पदार्थ तस्करी और कथित जबरन वसूली के अपराधों से उगाहे पैसों से खरीदी गयी थी। पटेल और उनकी पार्टी ने सौदे में कुछ गलत होने की बात खारिज कर दी है और कहा कि संपत्ति के दस्तावेज दिखाते हैं कि लेनदेन साफ-सुथरा और पारदर्शी है। ईडी ने हाल ही में मिर्ची के दो कथित सहयोगियों को गिरफ्तार किया था। इकबाल मिर्ची की 2013 में लंदन में मौत हो गई थी।
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