धार्मिक त्योहारों पर संस्कृत व प्राकृतिक धरोहर को सहेजना जरूरी- पतविंदर सिंह
(स्वतंत्र प्रयाग)समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने यमुना के तट पर स्वच्छता अभियान चलाया जिसमें बड़ी संख्या में जनमानस ने सहभागिता सुनिश्चित की समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि सिर्फ सरकार का मुंह ताकने से से यमुना जैसी नदियों निर्मल नहीं बनाई जा सकती जमुना समेत सभी पवित्र नदियों को उनकी आकाल्पनिक दुर्दशा से उबारने के लिए एक जन आंदोलन की जरूरत है l समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने आगे कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जैसे इंद्र के कोप से ब्रज को बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाया था वैसे ही यमुना जैसी तमाम नदियों को बचाने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति की आवश्यकता है यमुना सहित विभिन्न नदियों को सिर्फ मन से नहीं. कर्म से भी पूजने लगेगा जन जन उस दिन से नदियां की गंदगी अपने आप हटने लगेगी l
प्रभात मोहन श्रीवास्तव ने आगे कहा कि हमारे त्योहारों का मूल उद्देश्य संस्कृति और प्राकृतिक धरोहर को नए सिरे से सहेजना ही होता है यमुना को गंदगी से मुक्त दिलाने का संकल्प लेना होगा ताकि भविष्य में इसके जल से आचमन हो सकेl हरमन सिंह. दलजीत कौर. सत्यम हांडा. कारण. कौशल किशोर .अरुण. प्रदीप शुक्ला. उमाशंकर. प्रभात. मोहन. सहित तमाम भक्त उपस्थित रहेl
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